
मुहूर्त
मुहूर्त अथवा अनुकूल एवं शुभ समय का चयन ज्योतिष शास्त्र की एक अलग शाखा है | हमारे जीवन के सभी संस्कार एवं धार्मिक आयोजन मुहूर्त के अनुसार सम्पन्न किये जाते है |
इन मुहूर्तों का चयन पचांग के आधार पर किया जाता है |
पंचाग के पांच अंग हैं -१ नक्षत्र , २ योग ,३ तिथि , ४ करण , ५ दिन |
इन मुहर्तों का चयन जातक की जन्म कुंडली की सहायता से किया जा सकता है , और जिनके के पास जन्म कुंडली नहीं है वे सर्व सामान्य मुहूर्त या प्रश्न कुंडली का उपयोग कर सकते हैं |भारतीय पंचांगों में सर्व सामान्य मुहूर्त देये रहते हैं जिनका उपयोग कोई भी व्यक्ति अपनी सामाजिक रीती रिवाज के अनुसार इनका चयन कर सकता है |
के .पी में उद्देश्य के कारक ग्रहों के अनुसार दशा नाथ के गोचर ,सूर्य चन्द्र एवं कारक ग्रहों से लग्न निर्धारित करके देखा जाता है | अनुकूल समय चयन का कम से एक मिनिट तक संभव है |
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